Home/World/अफगानिस्तान से पत्रकार की डायरी:‘मेरी सगी बहन तालिबान के कब्जे वाले इलाके में फंसी है, एक-दूसरे से बात कर रो लेने के अलावा हमारे पास कोई चारा नहीं है’
अफगानिस्तान से पत्रकार की डायरी:‘मेरी सगी बहन तालिबान के कब्जे वाले इलाके में फंसी है, एक-दूसरे से बात कर रो लेने के अलावा हमारे पास कोई चारा नहीं है’
अफगानिस्तान से पत्रकार की डायरी:‘मेरी सगी बहन तालिबान के कब्जे वाले इलाके में फंसी है, एक-दूसरे से बात कर रो लेने के अलावा हमारे पास कोई चारा नहीं है’
Reviewed by Himanshu Tyagi
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अगस्त 11, 2021
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