सभी पोल का 40 हजार समीकरणों से निचोड़, 85% संभावना बाइडेन ही राष्ट्रपति बनेंगे
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनके प्रतिद्वंद्वी रिपब्लिकन उम्मीदवार जो बाइडेन के बीच आज (भारतीय समयानुसार शुक्रवार सुबह 6:30 बजे) आखिरी प्रेसीडेंशियल डिबेट है। फाइनल वोटिंग 3 नवंबर को होनी है। अब तक आए ज्यादातर पोल में बाइडेन बढ़त बनाए हुए हैं।
538-सर्वे एजेंसी ने इन पोल और सर्वे का 40 हजार से ज्यादा समीकरणों से एनालिसिस कर भविष्यवाणी की है कि बाइडेन के राष्ट्रपति बनने की संभावना 86% है। 2016 में यह एक मात्र एजेंसी थी, जिसने इसी तरह की एनालिसिस के आधार पर ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने की भविष्यवाणी की थी।
राष्ट्रपति चुनाव के साथ ही 438 सीटों वाले हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (निचला सदन) और सीनेट (उच्च सदन) की खाली हुई 35 सीटों के लिए वोटिंग हो रही है। इस महापोल के मुताबिक 76% संभावना इस बात की है कि 100 सीटों वाले सीनेट (उच्च सदन) में भी डेमोक्रेटिक पार्टी के 52 सांसद होंगे। अगर बाइडेन जीतते हैं और डेमोक्रेटिक पार्टी दोनों सदनों में बहुमत हासिल करती है तो ऐसा 11 साल में पहली बार होगा।
जो खुद नहीं बच सका, वो हमें क्या बचाएगाः ओबामा
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्रम्प पर महामारी से निपटने के उपायों में कुप्रबंधन का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, जो खुद को बचाने के लिए बुनियादी कदम नहीं उठा सकता है, वह अचानक से हम सब को कैसे बचा लेगा। ओबामा ने कहा, ‘बाइडेन-हैरिस के पास अर्थव्यवस्था और महामारी की चुनौतियों से निपटने की योजना है। बाइडेन और हैरिस सरकार में चरित्र और नेतृत्व को पुन: स्थापित करेंगे।’ ट्रम्प पर हमला करते हुए ओबामा ने कहा, ‘हम और चार साल नहीं सह सकते हैं।
ओबामा की विफलताओं से ही मैं राष्ट्रपति बनाः ट्रम्प
ट्रम्प ने पलटवार करते हुए कहा- ‘ओबामा का बाइडेन के लिए प्रचार करना अच्छी खबर है। उनकी विफलताओं के कारण ही लोगों ने मुझे व्हाइट हाउस भेजा था। ओबामा से अधिक किसी ने कुटिल हिलेरी क्लिंटन के लिए प्रचार नहीं किया। वह हर जगह थे। वे कहते थे- ट्रम्प हमारे राष्ट्रपति नहीं होंगे और मैं चुनाव जीत गया। मुझे लगता है कि कुटिल हिलेरी क्लिंटन से अधिक कोई उस रात अगर दुखी था तो वह बराक हुसैन ओबामा थे। केवल वही। बराक हुसैन ओबामा।’
राष्ट्रपति सीनेट की मंजूरी के बिना कुछ नहीं कर सकता
यदि ट्रम्प किसी तरह वापसी भी करते हैं और दोनों सदनों में उन्हें बहुमत नहीं मिलता है तो सीनेट की मंजूरी के बिना चाहकर भी कुछ खास नहीं कर सकेंगे। क्योंकि सीनेट की मंजूरी के बिना राष्ट्रपति अपनी टीम नहीं चुन सकता है और किसी दूसरे देश से साझेदारी, संधि या युद्ध भी नहीं कर सकता है। बिल को पास कराने में भी पसीने छूट सकते हैं।
अमेरिका में पहली बार राष्ट्रपति मिलने में देरी हो सकती है
एक संभावना यह भी है कि अगर 8 नवंबर तक सारे मतों की गणना और उससे जुड़े विवाद नहीं सुलझते हैं तो संभव है कि 20 जनवरी तक राष्ट्रपति की घोषणा न हो पाए। अगर ट्रम्प-बाइडेन के इलेक्टोरल कॉलेज वोट बराबरी के आसपास रहते हैं तो ऐसी सूरत में मेल इन वोटिंग को करप्शन से जोड़ते हुए ट्रम्प कोर्ट पहुंच सकते हैं। ऐसा हुआ तो संवैधानिक व्यवस्था के तहत सीनेट की स्पीकर नैंसी पैलोसी राष्ट्रपति का पद संभालेंगी।
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